ध्यान से मन की चंचलता कम होती है और अंदर का डर धीरे-धीरे शून्य होने लगता है। ये सभी डर अगर बचपन में समझाए न जाएं, तो वही वयस्क होने पर भी पीछा करते हैं। अपने डर को एक अवसर की तरह देखे ना की किसी खतरे के समान, जब https://gregoryawfmx.onzeblog.com/38612880/the-ultimate-guide-to-fear-aur-dar-ko-kaise-jeetein-tantrik-upay-divya-sadhana