दुनिया भर में भारत के कपास की डिमांड बहुत ज्यादा थी और इसी डिमांड को देखते हुए ब्रिटिश हुकूमत ने बॉम्बे बंदरगाह से दुनिया को कॉटन सप्लाई करना शुरू किया। इस कॉटन की कीमत बॉम्बे बंदरगाह और न्यू यॉर्क कॉटन एक्सचेंज के द्वार तय होती थी। ये कीमत सप्लाई https://satta-king-78638261.bloggerbags.com/35957147/what-does-sattaking-mean