बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार॥ नासै रोग हरे सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत बीरा ओम् ऐं ह्रीं हनुमते रामदुते लंकविधवंसने अंजनी गर्भ सम्भुतय शकिनि डाकिनी विध्वंसनाय किलकिली बुबुकरेन विभीषण हनुमददेवय ओम ह्रीं ह्रीं हं फट् स्वाहा ॐ श्री वज्रदेहाय रामभक्ताय वायुपुत्राय नमोस्तुते । होनी-अनहोनी से बचें, हनुमान https://vashikaran96059.aioblogs.com/88358998/considerations-to-know-about-hanuman-mantra